झांसी में बकरी पालन योजना के तहत 12 यूनिट स्थापित होंगी
झांसी जनपद में बकरी पालन योजना को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने एक नई पहल की है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह के अनुसार, जिले में कुल 12 बकरी पालन यूनिट स्थापित की जाएंगी। इस योजना के तहत इच्छुक आवेदक 5 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की अंतिम तिथि: 5 नवंबर 2025
चयन प्रक्रिया: लॉटरी पद्धति से लाभार्थियों का चयन किया जाएगा
💰 बकरी पालन योजना की लागत और सहायता राशि
🐐 एक यूनिट की लागत
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के अनुसार, प्रत्येक यूनिट पर लगभग ₹45,000 की लागत आएगी।
💵 लाभार्थी का योगदान
इस योजना का लाभ पाने वाले लाभार्थी को कुल लागत का 10 प्रतिशत योगदान स्वयं करना होगा।
उदाहरण: ₹45,000 की यूनिट पर लाभार्थी को ₹4,500 जमा करने होंगे।
👩🌾 किन लोगों को मिलेगी प्राथमिकता?
सरकार ने यह योजना समाज के कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की है। इसमें निम्नलिखित वर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी:
- भूमिहीन महिला या पुरुष
- विधवा महिलाएं
- निराश्रित महिलाएं
- कोविड-19 से प्रभावित परिवार
🌾 आवेदन की प्रक्रिया – कैसे करें ऑनलाइन आवेदन?
🧭 चरण-दर-चरण प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं – झांसी जिला प्रशासन या पशुपालन विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- ऑनलाइन फॉर्म भरें – नाम, पता, आधार नंबर, बैंक विवरण आदि भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें – पहचान पत्र, बैंक पासबुक, फोटो, कोविड प्रमाण।
- 10% राशि जमा करें – आवेदन से पहले अपनी हिस्सेदारी जमा करें।
- लॉटरी परिणाम की प्रतीक्षा करें – चयन पारदर्शी प्रक्रिया से होगा।
🐐 बकरी पालन के फायदे
1. कम लागत, अधिक लाभ
बकरी पालन एक ऐसी पशुपालन गतिविधि है जिसमें लागत कम और लाभ अधिक होता है।
2. रोजगार का अच्छा साधन
ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में यह स्वरोजगार का एक बेहतरीन विकल्प है।
3. दूध, मांस और खाद का स्रोत
बकरी से दूध, मांस और गोबर खाद — तीनों का उत्पादन होता है, जिससे कई आय स्रोत बनते हैं।
4. सरकारी योजनाओं से सहयोग
ऐसी योजनाओं के माध्यम से सरकार पशुपालकों को आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण देती है।
🌍 झांसी में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल
झांसी और बुंदेलखंड जैसे अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में बकरी पालन एक सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल साबित हो सकता है। यहां की जलवायु और भूमि स्थिति बकरी पालन के लिए अनुकूल मानी जाती है।
इस योजना से ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आएगी।
📈 सरकार का उद्देश्य
सरकार का लक्ष्य सिर्फ रोजगार देना नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।
इस योजना से झांसी जिले में:
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12 नई यूनिट्स स्थापित होंगी
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लाभार्थियों को वित्तीय सहायता और तकनीकी मार्गदर्शन मिलेगा
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ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे
📜 निष्कर्ष (Conclusion)
झांसी में शुरू हुई यह बकरी पालन योजना समाज के आर्थिक रूप से कमजोर और प्रभावित वर्गों के लिए एक स्वावलंबन का अवसर है। केवल 5 नवंबर तक आवेदन करने वाले पात्र व्यक्ति इसका लाभ उठा सकते हैं। यह योजना आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: आवेदन की अंतिम तिथि क्या है?
उत्तर: आवेदन की अंतिम तिथि 5 नवंबर है।
प्रश्न 2: चयन कैसे होगा?
उत्तर: लाभार्थियों का चयन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा।
प्रश्न 3: क्या महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी?
उत्तर: हां, भूमिहीन महिला, विधवा और निराश्रित महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रश्न 4: एक यूनिट की लागत कितनी है?
उत्तर: एक यूनिट की लागत ₹45,000 निर्धारित की गई है।
प्रश्न 5: क्या हर कोई आवेदन कर सकता है?
उत्तर: हां, लेकिन प्राथमिकता विशेष वर्गों को दी जाएगी जैसे भूमिहीन, विधवा, कोविड प्रभावित परिवार आदि।
👉 सुझाव: यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो देरी न करें और 5 नवंबर से पहले आवेदन अवश्य करें। आवेदन करने से पहले एक बार पशु पालन विभाग के ऑफिसियल वेबसाईट पर जरूर विजिट करें






